रॉस टेलर पूर्व न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के कप्तान है, जिन्होंने इसी साल की शुरुआत में अपने इंटरनेशनल कैरियर से सन्यास लिया है। हाल ही में उन्होंने अपनी आत्मकथा ब्लैक एंड वाइट का ईएसपीएनक्रिकइंफो के माध्यम से कुछ अनसुने खुलासे किए हैं। जिसमें राजस्थान रॉयल्स के मालिक द्वारा उन्हें थप्पड़ मारे जाना और न्यूजीलैंड टीम के ड्रेसिंग रूम में उनके साथ नस्ली भेदभाव का जिक्र है।
राजस्थान रॉयल्स के मालिक द्वारा थप्पड़ मारा जाना
आईपीएल में 3 साल आरसीबी के लिए खेलने के बाद 2011 में राजस्थान रॉयल्स ने रॉस टेलर को एक मिलियन डॉलर मैं खरीदा था। साथ ही उन्हें राजस्थान रॉयल्स टीम का कप्तान भी बना दिया गया था।
लेकिन मोहाली में हुए पंजाब किंग्स वर्सेस राजस्थान रॉयल्स के मैच में जब पंजाब ने 195 रन बोर्ड पर लगा दिए तो लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स के लिए रॉस टेलर बिना अपना खाता खोलें पवेलियन लौट गए।
तब उन्होंने बताया कि जब होटल रूम में राजस्थान रॉयल्स के मालिको में से एक मालिक ने उनके गाल पर तीन चार धीरे-धीरे थप्पड़ मारे। हालांकि वह हंस रहे थे और कह रहे थे “आप को डक पर आउट होने के लिए एक मिलियन डॉलर में नहीं खरीदा है”।
रॉस टेलर ने कहा क्रिकेट जैसे खेल में ऐसा होना मेरे लिए आश्चर्यजनक था।
न्यूजीलैंड टीम के ड्रेसिंग रूम में नस्लवाद
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जब उनका न्यूजीलैंड टीम में 2007 में कप्तान के रूप में चयन हुआ था तो न्यूजीलैंड टीम के उस समय के कोच माइक हेसन के साथ पहले पहले उनके रिश्ते कुछ खास नहीं थे।
दरअसल बात यह है की रॉस टेलर के पिता तो न्यूजीलैंड मूल के ही है, लेकिन उनकी माता समाउन (नेपाली), मूल की होने के कारण उनका रंग भूरा था। इस कारण ड्रेसिंग रूम में उनके साथी खिलाड़ी उन्हें यह तक कहते थे “आप आधे अच्छे आदमी है, जब मैं उनसे पूछता आप किस कारण यह कह रहे हैं। तो वह कहते क्या तुम्हें पता नहीं है।” मैं जानता था वे ऐसा क्यों कह रहे हैं।
इस प्रकार साथी खिलाड़ियों द्वारा इस प्रकार उनका और असंवेदनशील रूप से मजाक बनाया जाता था। रॉस टेलर ने इस बारे में कहा कि “गौरो की टीम में भूरा खिलाड़ी”।
पहले पहले माइक हेसन के साथ उनके रिश्ते अच्छे ना होने का कारण रॉस टेलर ने यह बताया है की, “जब मैं न्यूजीलैंड टीम का कप्तान बन गया था, तब मैं उनके साथ एक बेंच पर बैठा था। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरी नौकरानी भी समाउन है बहुत अच्छी महिला है और भरोसेमंद भी है। मुझे तुमसे भी ऐसी ही उम्मीद है।”
इस प्रकार रॉस टेलर का उनके नस्ल के आधार पर एक नौकरानी के साथ तुलना अच्छा नहीं लगा जिसकी चर्चा उन्होंने अपनी आत्मकथा ब्लैक एंड वाइट में किया।
आपने देखा कि किस प्रकार केवल नस्ल के कारण टेलर को कितना शर्मिंदा होना पड़ा।